The gum of the Silphium and the scent of the blood of the human bird and animal.
No expiry age infinite
सिल्फ़ियम पेस्ट के बारे में:-
आइए एक अद्भुत पौधे के बारे बतलाते हैं। इसका नाम फिओन सिल्फ़ियम है। यह एक जादुई प्लांट है। यह नेचर के द्वारा उत्पन्न नहीं किया गया है। जब सूर्य उगा रहता है यह अदृश्य रहता है इसलिए की कोई इंसान पंछी जानवर इसे देख नहीं सके। जब रात होती है यह पत्थर पर खिलकर उभर आता है। ये पौधा कभी नहीं मरता है। इसके फूल से गोंद लार जो निकलता है। वह सोने जैसा गोल्डेन लार की तरह होता है। यह इंसान के शरीर के आकार का होता है। इसका अर्क अर्थात इसका गोंद लार का पेस्ट इंसान के गंजापन और दर्द छोडकर हर रोग को को नष्ट कर देता है। गंजापन और दर्द यह कोई रोग नहीं है।
इसमें कुल 108 फूल ही उगते हैं। और प्रत्येक फूल में 108 पंखुड़ियां होती है। यह भारत के बस एक ही हिस्सा झारखंड राज्य के एक जंगल में पाया जाता है। यह पौधा 1282 ईसा पूर्व से है। यह पत्थरों के दरार के बीच पहाड़ों के पत्थर पर उगता है। इसके गोंद को नासिका छिद्र खोखले स्थान जहां से श्वास अंदर और बाहर बहती है। और शरीर के नाभिनाल में और पंछींयों जानवरों के लिए सिर्फ नासिका छिद्र में इसके पेस्ट को लगाने से शरीर के 108 रोग को नष्ट कर देता है।
यह एक ऐसा पेस्ट है जो मर्द और औरत के लिए है यह जानवर पंछी और मनुष्य के लिए है यह इनके प्रत्येक रोग को समाप्त कर देता है प्रत्येक औरत और मर्द इस धरती पर 108 कैटोगेरिस के ही है जिसमें से सारे लुप्त हो चुके हैं मुश्किल से 44 व्राइटिस कैटोगेरी के ही अब इंसान बचे हैं। जो लंदन के इंसान हैं वह सिफियन कैटरी के हैं अफ्रीका के काले इंसान माजिक कोटिग्री के हैं जो चाइना के वो सरपेनट डिंग्रेन जापान के नॉस्टीका फिलिपिंस वाले लियोन कैटोगरी के हैं इंडिया में 11 कैटोगरी के हैं यह ह्यूमन जानवर और पंछी सबके मेल फिमेल ब्लड के सुगंध को एक अद्भुत विधि द्वारा सिलिफीयन गोंद में9 मिश्रण किया गया है। एक अद्भुत गुप्त विधि से निर्मित है।
इस प्लांट के गोंद की वजह से मिस्र निवासी जॉर्डन के पेटरा नाबातियन 1000 वर्ष तक जिंदा रहते थे। इस गोंद के प्रयोग प्राचीन मिस्र के लोग मरे हुए परिजनों के शरीर पर एक अलग किस्म का लेप में गोंद लार को मिक्स करते थे। फिर शव पर लगाते थे, जो बेहद उन्नत किस्म का होता था इस प्रक्रिया को ममीकरण कहा जाता है। लोगों को यह विश्वास था कि यदि शवों को इस प्लांट के तेल को लेप में मिलाकर लाश पर लगाकर हर तरह से सुरक्षित और अक्षुण्ण रखा जाए तो फिर से मुर्दा जिंदा होगा।
तो पूरी दुनिया के लोगों के लिए यह 15 ग्राम सिल्फ़ियम पेस्टआई सिग्नेचर द्वारा प्रस्तुत है, जिसकी कीमत अरबों डॉलर और पृथ्वी की सारी कीमती धातु खनिज संपदा इसके सामने कुछ भी नहीं सारे फीके हैं। 15 ग्राम का यह सिल्फ़ियम पेस्ट भारत में 1000 हजार रुपये का अनुदान देकर प्राप्त किया जा सकता है। और पूरी दुनिया के लिए यह $10,000 है।
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सिल्फ़ियम पेस्ट कैसे उपयोग करें ?
अगर कोई रोग नहीं है तो इसे परफ्यूम इत्र के जैसा उपयोग करने से शरीर के मास्टिक्क औरश्वास मस्तिष्क को प्रत्येक रोग को उत्पन्न करने से रोक देता है। स्नान के बाद शरीर के नाभिनाल के अंदर बहुत कम मात्रा मे लगा दें और ठीक से मिलाकर छोड़ दें नासिका छिद्र खोखले स्थान जहां से श्वास अंदर और बाहर बहती है। नाक के दोनों छिद्र पर लगाएं। जीवन और जीव के लिए इससे बेहतर इस धरती पर कोई भी प्लांट पौधे फूल सुगंध को उत्पन्न नहीं कर सकते इसकी सुगंध से बेहतर कोई सुगंध इस धरती पर मौजुद नहीं है। 7 दिनो के अंदर एक बार उपयोग जरूरी है प्रत्येक दिन या जब मन करे तब इसका उपयोग कर सकते इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है।
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